प्रेग्नेंसी टेस्ट कब करें (Pregnancy Test Kab Kare)? - Pregnancy Test at Home in Hindi

 

pregnancy test kab kare

क्या आपका पीरियड मिस हुआ है? 

क्या आपको थकावट या चक्कर आने जैसी समस्याएं हो रही हैं? अगर हाँ, तो हो सकता है कि आपके घर में जल्द ही एक बड़ी खुशखबरी आने वाली है। क्या हुआ कुछ समझ नहीं आया? चलिये आपको आसान शब्दों में बताने की कोशिश करते हैं। कहने का मतलब ये है कि अगर आपको पीरियड नहीं हो रहा है और आप अपने शरीर में कुछ बदलाव का एहसास कर रही हैं तो हो सकता है कि आप प्रेग्नेंट हों। जी हाँ, उपर बताये गये लक्षण आपके माँ बनने का संकेत हो सकते हैं। अब यहाँ सवाल ये उठता है कि प्रेगनेंसी टेस्ट कब करें (Pregnancy Test Kab Kare) और कैसे करें? 

ये आप भी जानती हैं कि डॉक्टर से संपर्क करने से पहले अब आप अपने घर पर खुद से प्रेगनेंसी टेस्ट (Pregnancy Test at Home in Hindi) कर सकती हैं। हालांकि, इस प्रेगनेंसी किट के इस्तेमाल को लेकर महिलाओं के मन में काफी सवाल रहते हैं। इन सवालों के जवाब जानने से पहले प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों को समझना जरूरी है। 

जानें प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण

1.पीरियड का मिस होना 

प्रेगनेंसी का सबसे पहले लक्षण होता है पीरियड का मिस होना। अगर किसी महिला का लगातार 2 या उससे ज्यादा मेंस्ट्रुअल साइकिल मिस हो जाये तो उसे प्रेगनेंसी टेस्ट करा लेना चाहिये। हालांकि, पीरियड मिस होने का मतलब प्रेगनेंसी ही हो ये जरूरी नहीं है। कई बार गर्भनिरोधक गोलियों के इस्तेमाल से या फिर डायबिटीज या पीसीओडी जैसी समस्याओं के कारण भी महिला को इस परेशानी से गुजरना पड़ सकता है। ऐसे में महिलाएं चाहें तो पहले खुद से घर पर अपना प्रेगनेंसी टेस्ट (Pregnancy Test at Home in Hindi) कर सकती हैं या फिर अपने चिकित्सक से संपर्क कर सकती हैं। (Ref)

2. हल्की ब्लीडिंग होना 

एक सर्वे के अनुसार फर्टिलाइज्ड अंडे के इंप्लाटेशन के दौरान यानी कि कंसीव करने के 6 से 12 दिन के बाद महिला को हल्की-हल्की ब्लीडिंग या स्पोटिंग की परेशानी हो सकती है। तकरीबन 25% महिलाओं में ये परेशानी देखी जाती है। (Ref)

3. ब्रेस्ट के आकार में बदलाव

प्रेगनेंसी टेस्ट कब करें (Pregnancy Test Kab Kare), इसके जवाब में ब्रेस्ट के आकार में होने वाला बदलाव भी शामिल है। ये भी प्रेगनेंसी का शुरुआती लक्षण हो सकता है। इस दौरान हार्मोन में होने वाले परिवर्तन के कारण स्तन में दर्द या झुनझुनाहट का एहसास हो सकता है। (Ref)

4. जी मिचलाना और उल्टी आना

आधे से ज्यादा गर्भवती महिलाओं में ये समस्या देखी जाती है। इसे मॉर्निग सिकनेस भी कहते हैं। ऐसे में जी मिचलाना एवं उल्टी आने के साथ-साथ महिला को भूख भी कम लगती है। अगर आपको भी इस तरह के लक्षणों का एहसास हो रहा है तो आपको प्रेगनेंसी टेस्ट करा लेना चाहिये। (Ref)

5. थकावट लगना

प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में महिलाएं बहुत ज्यादा थकावट का एहसास कर सकती हैं क्योंकि इस दौरान उनके शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का उत्पादन ज्यादा मात्रा में होता है। इससे प्रेगनेंसी को मेंटेन रखने और ब्रेस्ट में मिल्क बनाने वाले ग्लैंड के विकास में भी मदद मिलती है। गर्भवती महिलाएं प्रेगनेंसी के पहले हफ्ते से लेकर पूरे 9 महीने तक थकावट का एहसास कर सकती हैं। (Ref)

6. बार-बार पेशाब लगना

प्रेगनेंसी के कारण शरीर में फ्लुइड की मात्रा बढ़ जाती है। इसके साथ गर्भाशय में सूजन के कारण ब्लैडर पर भी दबाव पड़ता है। ऐसे में महिलाओं को बार-बार पेशाब लगने का एहसास हो सकता है। (Ref)


इन सबके अलावा कुछ और भी लक्षण महिलाओं में नजर आ सकते हैं जिसके बाद प्रेगनेंसी टेस्ट कराने का निर्णय लेना (Pregnancy Test Kab Kare) बेहतर होता है। अब तो घर पर भी प्रेगनेंसी टेस्ट करना आसान है (Pregnancy Test at Home in Hindi)। आजकल केमिस्ट शॉप में होम प्रेगनेंसी टेस्ट किट आसानी से मिल जाते हैं, जिसकी मदद से चंद मिनटों में ही महिलाएं ये जान सकती हैं कि वो प्रेग्नेंट हैं या नहीं। दरअसल, जब फर्टिलाइज्ड एग महिला के गर्भाशय से जुड़ जाता है तो उनके शरीर में एचसीजी हार्मोन पैदा होता है। इस हार्मोन की उपस्थिति से ही महिला मे प्रेगनेंसी की पुष्टी होती है। तो आईये अब हम उन स्टेप्स के बारे में जानते हैं जिसे होम प्रेगनेंसी टेस्ट करते वक्त फॉलो करना चाहिये -

कैसे  और कब करें होम प्रेगनेंसी टेस्ट  (Pregnancy Test Kab Kare)?

स्टेप 1 - अगर सुबह–सुबह प्रेगनेंसी टेस्ट किया जाये तो बेहतर होता है क्योंकि सुबह होने वाले पहले पेशाब में एचसीजी की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। वैसे महिलाएं किसी भी वक्त के पेशाब को कलेक्ट कर उसकी जाँच कर सकती हैं लेकिन सुबह के पहले यूरिन के इस्तेमाल से प्रेगनेंसी की सटीक जानकारी मिलने की संभावना ज्यादा रहती है। (Ref)

स्टेप 2 - ये जरूर देख लें कि आपकी प्रेगनेंसी किट पूरी तरह से सील हो। इसके बाद जब आप इस किट को खोलें तो उस पर लिखे निर्देशों को अच्छे से पढ़ लें। इससे आपको किट का इस्तेमाल करने में आसानी होगी। (Ref)

स्टेप 3 - प्रेगनेंसी किट में ड्रॉपर मौजूद होता है। ड्रॉपर की मदद से पेशाब की बूंदे किट में दिये गये सैंपल वेल पर डालें और इसके बाद टाइमर शुरू कर दें। किट में 2 लाइनें मौजूद होती हैं - एक है कंट्रोल लाइन और दूसरा है टेस्ट लाइन। इन दोनों लाइनों की मदद से ही महिला में प्रेगनेंसी के बारे में सही जानकारी मिलती है। (Ref)

स्टेप 4 -  इसके बाद 3 से 5 मिनट का इंतजार करें। अगर किट पर 2 लाल रंग की लाइनें नजर आये तो इसका मतलब रिजल्ट पॉजिटिव है। वहीं अगर एक ही लाइन नजर आये तो इसका मतलब रिजल्ट नेगेटिव है। अगर किट पर कोई लाइन नजर नहीं आती तो इसका अर्थ ये है कि आपका टेस्ट फेल हो गया है और आपको फिर से नयी किट की मदद से प्रेगनेंसी टेस्ट करना पड़ेगा। वहीं अगर टेस्ट लाइन पॉजिटिव रहती है लेकिन कंट्रोल लाइन में कोई रेखा नजर नहीं आती तो ऐसी अवस्था में भी फिर से प्रेगनेंसी टेस्ट करना जरूरी हो जाता है। (Ref)

इस बारे में प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. मीनू वर्मा बताती हैं कि बाजारों में यूरिन प्रेगनेंसी किट उपलब्ध हैं। इसमें सुबह हुए पेशाब के 2 या 3 ड्रॉप डालने होते हैं। इसके बाद अगर किट में 2 लाइन नजर आती है तो इसका मतलब महिला प्रेगनेंट है। कभी-कभी इस टेस्ट के परिणाम गलत भी हो सकते हैं। अगर किट में एक लाइन दिखाता है तो इसका ये मतलब नहीं है कि महिला प्रेग्नेंट नहीं है। ऐसे में चिकित्सक के पास जाकर जाँच कराना बेहतर होता है।



तो प्रेगनेंसी टेस्ट कब करें (Pregnancy Test Kab Kare) या घर पर इसकी जाँच कैसे करें (Pregnancy Test at Home in Hindi) जैसे सवालों का जवाब आपको मिल ही गया होगा। घर पर किये गये प्रेगनेंसी टेस्ट के रिजल्ट पर 99% तक भरोसा किया जा सकता है। अगर आपका प्रेगनेंसी टेस्ट भी पॉजिटिव निकलता है तो बिना देरी किये अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से जरूर मिलें और आगे की प्रक्रिया शुरू कराएं।





  किन लक्षणों के नजर आने पर प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिये?  
   

पीरियड का मिस होना, ब्रेस्ट के आकार में परिवर्तन, जी मिचलाना, उल्टी, चक्कर आना या थकावट लगना जैसे लक्षण नजर आने पर महिला को तुरंत प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिये।

 
  क्या घर पर किये प्रेगनेंसी टेस्ट पर भरोसा किया जा सकता है?  
   

प्रेगनेंसी के लक्षण नजर आने पर अब महिलाएं घर पर भी अपनी प्रेगनेंसी की जाँच कर सकती हैं। होम प्रेगनेंसी किट के रिजल्ट पर 99% तक भरोसा किया जा सकता है।

 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ये 10 संकेत हो सकते हैं पीरियड आने के लक्षण (period aane ke lakshan)

क्या पीरियड में संबंध बनाने से प्रेग्नेंट हो सकते हैं? जवाब पाएं यहाँ

इन 4 कारणों से जा सकती है नवजात शिशु की जान!